नमस्कार , पिछले कई दिनों से हो रही लगातार बारिश की वजह से राजधानी दिल्ली में हालात बेकाबू होते जा रहे है। यमुना नदी का पानी खतरे के निशान से लगभग २ मीटर ऊपर बह रहा है जो बहुत ही चिंताजनक बात है।
मौसम का अनुमान :-
पिछले कई सप्ताह से सारे उत्तर भारत में भरी बारिश की वजह से ज्यादातर नदिया उफान पर हैं। पहाड़ी इलाकों की हालत और भी ज्यादा ख़राब है और उत्तर भारत के मैदानी भागों में भी कई जगह बाढ़ की स्थिति बानी हुई है। यमुना का स्टार हथिनीकुंड बैराज से छोड़े गए पानी की वजह से पहले से ही खतरे के निशान से ऊपर चल रहा है और आने वाले सप्ताह में भी बारिश की आशंका है तो ऐसे में दिल्लीवासियों की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।
ताज़ा जानकारी DELHI FLOOD:-
ताज़ा जानकारी के अनुसार बढ़ते जल स्तर की वजह से ओखला , वजीराबाद, चंद्रावल वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद करने पड़े हैं। इसकी वजह से दिल्ली के कुछ इलाको में पानी की भी किल्लत हो सकती है। दिल्ली पुलिस ने यमुना के आस पास और निचले इलाकों में धारा १४४ लगा दी है और लोगों को यमुना के आस पास जाने की सख्त मनाही है। NDRF की टीम बचाव कार्य में लगी हुई है और लोगों को निचले खतरे के इलाको से सुरक्षित जगह शिफ्ट किया जा रहा है।
45 साल पहले बाढ़ :-
दिल्ली में 45 साल पहले साल 1978 में बाढ़ आयी थी और तब भयानक तबाही हुई थी। लेकिन अभी हालत कण्ट्रोल में है लेकिन सावधानी बरतनी बहुत जरुरी है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने हालात को देखते हुए देश के गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर स्थिति से अवगत कराया है और सहयोग की अपील की है। भारत सर्कार भी पूरी ताकत से स्थिति से निपटने में लगी हुई है।